वह घर पहुँची, चाची ने पूछा, मुँह में खून कैसे लगा, दुर्गा बोली, एक दाँत टूट गया चाची। वह घर पहुँची, चाची ने पूछा, मुँह में खून कैसे लगा, दुर्गा बोली, एक दाँत टूट गया ...
असहाय सब कुछ जानते हुये भी अन्याय सहने को विवश थे । असहाय सब कुछ जानते हुये भी अन्याय सहने को विवश थे ।
अब गांव में किसी पर्व के अवसर पर लोग सिर्फ अपने टोले तक ही सीमित रहते ! अब गांव में किसी पर्व के अवसर पर लोग सिर्फ अपने टोले तक ही सीमित रहते !